Chapter-2 : History of Computer in Hindi – कंप्यूटर का इतिहास

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History of Computer in Hindi

History of Computer in Hindi

History of Computer in Hindi :- आधुनिक युग मे , हम सब जानते है कि कम्प्यूटर का प्रयोग मानव के लिये कितना जरूरी हो गया है इस मानव निर्मित यंत्र ( कम्प्यूटर ) ने हमारे जीवन मे काम करने के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है। Computer शब्द जिसकी उत्पत्ति “कम्प्यूट” शब्द से हुई है, जिसका इतिहास हजारो वर्ष पुराना है, पुराने समय मे लोगो के लिये किसी भी प्रकार की गणना करना सरल नहीं था । लोग गणना करने के लिये तरह तरह के method अपनाते थे जैसे कि लकड़ियों का सहारा लेना आदी । लेकिन आज के समय मे ये सब कम्प्यूटर द्वारा बहुत ही आसान हो गया है|

गणना करने के लिए सबसे पह्ले अबेकस नाम के यंत्र की खोज हुई थीं कुछ यंत्र है जिनका हमने नीचे परिचय दिया है:-

Invention of Abacus – (अबेकस का अविष्कार)

Abacus  का इतिहास हजारो वर्षों पुराना है जिसको  चीन मे 16वीं शताब्दी के दौरान खोजा गया था इसका आविष्कार “ली काई चेन” ने किया था । Abacus  मे एक लकड़ी का फ्रेम होता था जो कि एक आयताकार रूप मे होता था इस फ्रेम मे तारों की मदद से मोतियो को पिरोया जाता था | जितनी भी गणनाये होती थी सब इसी के माध्यम से की जाती थी | हर मोति का मान 1 होता था जिसको जोड़ना और घटाने के लिये इस्तेमाल किया जाता था 1

Invention of Napier Bones – (नेपियर बोन्स का अविष्कार)

यह आविष्कार सन 1617 मे हुआ था जिसको Napier Bones के नाम से जाना जाता है इसको स्कॉटलैंड के एक वैज्ञानिक ने जिसका नाम जॉन नेपियर था ,ने इसको विकसित किया था । इस मशीन की सहायता से गणना करने का कार्य बहुत ते़जी से होता है । इस मशीन के अंतर्गत जोड़ना , घटाना , गुणा करना , भाग करना ये सभी कार्य ते़जी के साथ किये जा सकते है|  

Invention of Pascal Calculator – (पास्कल यंत्र का अविष्कार)

इस यंत्र का आविष्कार ब्लेज़ पास्कल नाम के व्यक्ति ने सन्‌ 1962 मे किया था यह व्यक्ति France का रह्ने वाला था इसने “पास्कलिन” नाम की मशीन की गणना की थी इस यंत्र का प्रयोग  भी जोड़ना , घटाना , गुणा करना , भाग करना आदि सभी कार्यो के लिये किया जाता है इस यंत्र को हम Pascal Calculator के नाम से जानते है |

Invention of Mechanical Calculator (यांत्रिक कैलकुलेटर का अविष्कार)

इस यंत्र का आविष्कार गोटफ्रेड वान लिब्निज नाम के व्यक्ति ने किया था यह व्यक्ति जर्मन का रह्ने वाला था यह एक गणितज्ञ था इस मशीन को हम यांत्रिक कैलकुलेटर के नाम से जानते है इस मशीन की मदद से जोड़ना एवम घटाना के साथ साथ गुणा एवम भाग भी कर सकते है |

Invention of Slide Rules – (स्लाइड रूल यंत्र का अविष्कार)

विलियम आउटरेड जो की जर्मनी के रहने वाले थे , इन्होने ही स्लाइड रूल यंत्र का अविष्कार किया था इस यंत्र के अंतर्गत लघुगणक विधि के आधार पर आसानी से गणनाए की जा सकती थी | इस यंत्र का प्रयोग Square root निकालने , Logarithm एवं Trigonometric Functions जैसी गणनाओ के लिए किया जाता था ।

Invention of Difference Engine – (डिफरेंस इंजन का अविष्कार)

इस यंत्र का आविष्कार ब्रिटिश मे रह्ने वाले एक व्यक्ति ने किया था जिनका नाम चार्ल्स बेबेज था ये कैंब्रिज विश्विद्यालय मे गणित के प्रोफेसर थे  इन्हे आधुनिक कम्प्यूटर का जन्म दाता भी कहा जाता है इन्होने इस यंत्र मे शाफ़्ट एवम गियर का प्रयोग किया था यह यंत्र भाप के द्वारा चलती है इस मशीन की मदद से बीजगणितीय फलनों का मान दशमलव के 20 स्थान तक शुद्धता के साथ ज्ञात किया जा सकता था | इस मशीन का प्रयोग रेल, डाक ,  तथा  व्यावसायिक कार्यो में किया जाता था| || History of Computer

Invention of Analytical Engine – (एनालिटिकल इंजन का अविष्कार)

चार्ल्स बेबेज ने जब डिफरेंस इंजन के आविष्कार मे सफलता प्राप्त की तो उन्होने इसी तरह के यंत्र को और भी ज्यादा एडवांस बनाने के लिये एक रूप रेखा तैयार जो कि आज के समय मे इस्तेमाल हो रहे कोम्पुटरों से काफ़ी मिलती है | इस यंत्र को पाँच भागो मे बाँटा गया है जैसे कि इनपुट एवम आउटपुट इकाई , स्टोर एवम कंट्रोल तथ मिल | इस यंत्र मे अंक गणितीय गणनाओ को करने की क्षमता के साथ साथ output को store भी किया जा सकता था |

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