Mobile Apps – मोबाइल एप्लिकेशन
मोबाइल एप्लिकेशन जिसको हम सामान्य तौर पर एक ऐप के रूप में जानते है, इसको हम एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर भी कहते है जिसको प्रत्येक मोबाइल डिवाइस मे चलाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जैसे कि स्मार्टफोन अथवा टैबलेट कंप्यूटर आदि। मोबाइल एप्लिकेशन का प्रयोग अधिक से अधिक कार्य को पूरा करने के लिये किया जाता है।
प्रतियेक मोबाइल एप्लिकेशन को डाउनलोड करने के लिये कंपनी ने एक प्लेय store तैयार किया है जिसको हम Google Play Store तथा iOS के नाम से जानते है ये सभी एप्लिकेशन, मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम के द्वारा चलाये जाते है। इस प्लेटफॉर्म पर हमे सभी तरह कि एप्लिकेशन मिल जाते है जिनमें से कुछ एप्लिकेशन तो बिल्कुल फ्री होती है तथा जिनमें से कुछ एप्लिकेशन को खरीदना पड़ता है।
मोबाइल एप्लिकेशन – Mobile Apps के कुछ उदाहरण निम्न प्रकार से है।
Google Drive, Facebook, Twitter, Google Chrome, Gmail App, YouTube, Whatsapp
Types of apps – ऐप्स के प्रकार
मोबाइल ऐप्स को तीन भागो मे बाँटा गया है:-
- नेटिव एप्स – Native Apps
- वेब ऐप्स – Web Apps
- हाइब्रिड ऐप्स – Hybrid Apps
Native Apps – नेटिव एप्स
इस प्रकार के ऐप को एकल मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए तैयार किया जाता हैं। अर्थात यदि हम एंड्रॉइड मोबाइल इस्तेमाल करते है तो हम केवल एंड्रॉइड प्लेटफॉर्म पर ही उप्लब्ध ऐप का इस्तेमाल कर सकते है न कि किसी और प्लेटफॉर्म के ऐप जैसे कि आईओएस, सिम्बियन , विंडोज फोन आदि ।
Web Apps- वेब ऐप्स
वेब ऐप्स , लगभग नेटिव एप्स की तरह ही होते है इन ऐप्स को चलाने के लिए ब्राउज़र का प्रयोग किया जाता है ये ऐप्स Java Script, HTML एवम् CSS मे बनाये जाते है इन ऐप्स के द्वारा कोई भी यूजर direct एक URL पर redirect हो जाता हैं।
Hybrid Apps- हाइब्रिड ऐप्स
हाइब्रिड ऐप्स इस तरह ऐप्स है जिनको क्रॉस-प्लेटफ़ॉर्म मे इस्तेमाल करने के लिये डिज़ाइन किया गया है। हाइब्रिड ऐप्स को सभी तरह के प्लेटफार्मों पर इस्तेमाल कर सकते है। यह नेटिव ऐप्स की मुकाबले कम खर्चीला होता है।
Characteristics of Mobile App – मोबाईल एप्स की विशेषताएं
मोबाईल एप्स का विकास लगातार इतनी तेज़ी से हुआ कि कम्प्युटर सिस्टम से होने वाले सभी कार्य हम मोबाईल डिवाईस में आसानी से कर पाते है जिसके कारण मोबाईल एप युजर के बीच लोकप्रिय होता जा रहा हैं.
Easy Use – आसान उपयोग:
आज के समय में लगभग प्रत्येक व्यक्ति मोबाईल चलाना जानता है और ज्यादतर अपना कार्य मोबाईल पर ही करता है क्योकि मोबाईल एप्स को कम्प्युटर सॉफ्टवेयर की अपेक्षा चलाना बहुत ही आसान होता हैं. मोबाईल एप्स का युजर इंटरफेस यूजर फ्रेंडली होता है इनको विकसित करने के लिए ग्राफिकल युजर इंटरफेस का प्रयोग किया जाता हैं. मोबाईल एप्स को चलाने के लिये किसी कर्सर की आवश्यकता नहीं होती क्योकि सारे एप्स टचस्क्रीन मोबाईल के साथ कंपॅटिबल होते है
Voice Feature – वॉइस फीचर:
मोबाईल एप्स के अंतर्गत वॉइस फीचर एक ऐसी सुविधा है जिसका प्रयोग करके प्रत्येक व्यक्ति मोबाईल को वॉइस कमांड देकर सम्बंधित जानकारी प्राप्त कर सकता है , युजर को सम्बंधित जानकारी प्राप्त करने के लिये कुछ भी टाइप करने की आवश्यक्ता नहीं होती है
Small Size – छोटा आकार:
कम्प्युटर प्रोग्राम की अपेक्षा मोबाईल एप्स साईज में बहुत ही छोटे होते है यह मोबाईल में स्पेस भी कम घेरते है तथा स्मार्टफोन में कम मेमोरी होने पर भी इन एप्स को चलाने में कोई परेशानी नही होती हैं.
Easy Availability – आसान उपलब्धता:
एप स्टोर के माध्यम से हम आसानी से अपने मोबाईल के लिए कोई भी एप डाउनलोड कर सकते है, एप स्टोर के अंतर्गत लगभग सभी तरह एप उप्लब्ध रहते है जिनमें से कुछ एप तो बिल्कुल फ्री होते है तथा कुछ एप को हमे खरीदना पड़ता
Safe & Secure – ज्यादा सुरक्षित:
एप स्टोर के अंतर्गत सभी एप सुरक्षित एवं विश्वसनीय होते हैं क्योंकि एप स्टोर के निर्माता द्वारा सभी सुरक्षा प्रावधानों के बाद ही मोबाईल एप्स को एप स्टोर में लिस्टिंग किया जाता हैं.
Very Fast – ज्यादा तेज:
मोबाईल एप की कार्य क्षमता कम्प्यूटर की अपेक्षा ज्यादा तेज होती हैं जिससे युजर अपना कार्य तेज़ी से कर पाता है
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